Advertisement

RBI बंद करने वाला है ₹500 के नोट, RBI ने किया सपष्ट । 500 Rupees Note

By Meera Sharma

Published On:

500 Rupees Note

500 Rupees Note: हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक खबर तेजी से वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि सरकार और आरबीआई के द्वारा 2026 में 500 रुपये के नोट को बंद कर दिया जाएगा। इस अफवाह की शुरुआत कैपिटल टीवी चैनल नामक एक यूट्यूब चैनल से हुई है जिसने इस विषय पर एक वीडियो पोस्ट किया था। यह वीडियो तुरंत वायरल हो गया और लाखों लोगों तक पहुंच गया, जिससे आम जनता में चिंता और भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। कई लोगों ने इस खबर को सच मानकर अपने 500 रुपये के नोटों को लेकर चिंता व्यक्त की और बैंकों में इन नोटों को बदलवाने की होड़ मची। हालांकि, सरकारी अधिकारियों ने तुरंत इस खबर को फेक और भ्रामक बताया है।

PIB फैक्ट चेक की आधिकारिक सफाई

प्रेस सूचना ब्यूरो की फैक्ट चेक यूनिट ने इस अफवाह का खंडन करते हुए स्पष्ट किया है कि आरबीआई ने 500 रुपये के नोट को चलन से बाहर करने के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। PIB के अनुसार ये नोट वैध मुद्रा बने हुए हैं और पूरे देश में स्वीकार किए जा रहे हैं। सरकारी स्पष्टीकरण के अनुसार यह वीडियो पूर्णतः भ्रामक है और किसी भी आधिकारिक बयान या आरबीआई के सर्कुलर द्वारा समर्थित नहीं है। प्रेस सूचना ब्यूरो भारत सरकार की नोडल एजेंसी है जो सरकारी नीतियों, कार्यक्रमों और पहलों के बारे में सही जानकारी प्रसारित करने का काम करती है। इसलिए उनकी तरफ से दी गई सफाई को प्रामाणिक माना जाना चाहिए।

यह भी पढ़े:
cheque bounce case चेक बाउंस होने पर कब तक नहीं होगी जेल, सुप्रीम कोर्ट ने कर दिया साफ cheque bounce case

आरबीआई के सर्कुलर से उत्पन्न भ्रम

यह अफवाह मुख्यतः अप्रैल 2025 में जारी आरबीआई के एक हालिया सर्कुलर से बढ़ी है जिसमें बैंकों और व्हाइट लेबल एटीएम ऑपरेटरों को एटीएम के माध्यम से 100 रुपये और 200 रुपये के नोटों का प्रचलन बढ़ाने का निर्देश दिया गया था। आरबीआई ने बैंकों से कहा था कि वे यह सुनिश्चित करें कि एटीएम से 100 और 200 रुपये के नोट निकलें ताकि लोगों को इन मुद्रा नोटों की बेहतर उपलब्धता मिल सके। इस निर्देश को चरणबद्ध तरीके से लागू करने को कहा गया था। कुछ लोगों ने इस सर्कुलर की गलत व्याख्या करते हुए यह अनुमान लगाया कि 500 रुपये के नोट को चरणबद्ध तरीके से बंद किया जाएगा, जो पूर्णतः गलत निष्कर्ष था।

छोटे नोटों के प्रचलन बढ़ाने का वास्तविक उद्देश्य

यह भी पढ़े:
CIBIL Score News क्या सिबिल स्कोर खराब होने पर 30 दिन में हो जाता है ठीक, लोन लेने वाले जरूर जान लें ये बात CIBIL Score News

आरबीआई का 100 और 200 रुपये के नोटों के प्रचलन बढ़ाने का निर्देश का मतलब यह नहीं है कि 500 रुपये के नोट बंद किए जाएंगे। इस निर्देश का मुख्य उद्देश्य बाजार में छोटे मूल्य की मुद्रा की उपलब्धता बढ़ाना है ताकि दैनिक लेनदेन में लोगों को सुविधा हो। छोटे व्यापारी और दुकानदार अक्सर 500 या 2000 रुपये के नोट के लिए छुट्टे पैसे की समस्या का सामना करते हैं। 100 और 200 रुपये के नोटों की बेहतर उपलब्धता से इस समस्या का समाधान हो सकता है। यह एक सामान्य मौद्रिक नीति का हिस्सा है जो अर्थव्यवस्था में मुद्रा के सुचारु प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए अपनाई जाती है। इसका 500 रुपये के नोट को बंद करने से कोई संबंध नहीं है।

फर्जी आरबीआई कॉल की चेतावनी

इस संदर्भ में प्रेस सूचना ब्यूरो की फैक्ट चेक यूनिट ने एक अन्य महत्वपूर्ण चेतावनी भी जारी की है जो भारतीय रिजर्व बैंक का नाम लेकर की जाने वाली फर्जी वॉयस कॉल धोखाधड़ी से संबंधित है। ये फर्जी कॉल करने वाले लोग झूठा दावा करते हैं कि कथित क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी के कारण आपका बैंक खाता ब्लॉक कर दिया जाएगा। वे पीड़ितों से अधिक जानकारी के लिए एक निर्दिष्ट नंबर दबाने को कहते हैं। सरकारी चेतावनी के अनुसार यह आपकी व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी चुराने के लिए बनाए गए घोटाले हैं। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे ऐसी कॉल पर भरोसा न करें और अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।

यह भी पढ़े:
Dearness Allowance केंद्रीय कर्मचारियों को 18 महीने का बकाया DA Arrears पर आया बड़ा अपडेट Dearness Allowance

सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों से बचाव

आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया पर तेजी से फैलने वाली खबरों पर तुरंत विश्वास करना खतरनाक हो सकता है। विशेषकर वित्तीय और सरकारी नीतियों से संबंधित समाचारों के मामले में अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए। किसी भी खबर की सत्यता जांचने के लिए हमेशा आधिकारिक स्रोतों जैसे कि सरकारी वेबसाइट, आरबीआई की आधिकारिक घोषणाएं, या प्रेस सूचना ब्यूरो की फैक्ट चेक सेवा का सहारा लेना चाहिए। ऐसी अफवाहें न केवल व्यक्तिगत चिंता का कारण बनती हैं बल्कि पूरी अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव भी डाल सकती हैं। इसलिए सभी नागरिकों की जिम्मेदारी है कि वे सत्यापित जानकारी ही साझा करें।

मौद्रिक नीति में बदलाव की सामान्य प्रक्रिया

यह भी पढ़े:
Gold Rate आ गई खुशखबरी, 2 महीने में इतना सस्ता हो जाएगा सोना Gold Rate

यह समझना महत्वपूर्ण है कि भारतीय रिजर्व बैंक जब भी किसी मुद्रा नोट को चलन से बाहर करने का निर्णय लेता है तो यह एक पारदर्शी और व्यापक प्रक्रिया होती है। 2016 में 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को बंद करने का निर्णय प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय टेलीविजन पर घोषित किया गया था। इसके बाद एक निर्धारित समयसीमा में लोगों को अपने पुराने नोट बदलने का अवसर दिया गया था। यदि भविष्य में कभी ऐसा कोई निर्णय लिया जाता है तो यह भी उसी तरह की औपचारिक और पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से होगा। अभी तक ऐसी कोई योजना या घोषणा नहीं की गई है।

आम जनता के लिए सलाह

वर्तमान में 500 रुपये के नोट पूर्णतः वैध हैं और सभी प्रकार के लेनदेन में स्वीकार किए जा रहे हैं। आम जनता को किसी भी प्रकार की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है और न ही इन नोटों को बदलवाने की कोई जल्दबाजी करनी चाहिए। यदि भविष्य में कोई आधिकारिक बदलाव होता है तो सरकार और आरबीआई द्वारा उसकी पूर्व सूचना और उचित समयसीमा दी जाएगी। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों पर भरोसा न करें और हमेशा आधिकारिक स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें।

यह भी पढ़े:
PAN Card New Rule पैन कार्ड बनवा रखे हैं तो हो जाएं सावधान, इस छोटी सी गलती से लग सकता है ₹10,000 का जुर्माना PAN Card New Rule

500 रुपये के नोट बंद होने की खबर पूर्णतः निराधार और भ्रामक है। सरकार और आरबीआई ने इसका स्पष्ट खंडन किया है। ऐसी अफवाहों से बचने के लिए हमेशा आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करें और अपनी व्यक्तिगत जानकारी को धोखाधड़ी करने वालों से सुरक्षित रखें। वित्तीय मामलों में सतर्कता बरतना और सत्यापित जानकारी पर ही भरोसा करना आवश्यक है।

Disclaimer

यह लेख सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी और सरकारी स्पष्टीकरण पर आधारित है। मुद्रा संबंधी नवीनतम जानकारी के लिए कृपया भारतीय रिजर्व बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या प्रेस सूचना ब्यूरो के फैक्ट चेक की जांच करें।

यह भी पढ़े:
Jio Recharge Plan Jio ने लॉन्च किया सबसे सस्ता रिचार्ज प्लान, 601 रुपया में मिलेगा पुरे 1 साल तक वैलिडिटी। Jio Recharge Plan

Meera Sharma

Meera Sharma is a talented writer and editor at a top news portal, shining with her concise takes on government schemes, news, tech, and automobiles. Her engaging style and sharp insights make her a beloved voice in journalism.

Leave a Comment