CIBIL Score News: सिबिल स्कोर आपकी वित्तीय स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण सूचक है जो आपके लोन और क्रेडिट कार्ड की संभावनाओं को प्रभावित करता है। जब आपका सिबिल स्कोर अच्छा होता है तो बैंक आपको कम ब्याज दरों पर लोन देने के लिए तैयार हो जाते हैं। वहीं खराब सिबिल स्कोर के कारण न केवल लोन मिलना मुश्किल हो जाता है बल्कि मिले तो भी अधिक ब्याज दर पर मिलता है। यह तीन अंकों की संख्या आपके वित्तीय भविष्य को निर्धारित करने में अहम भूमिका निभाती है। इसलिए अपने सिबिल स्कोर को बेहतर बनाए रखना हर व्यक्ति के लिए आवश्यक है।
सिबिल स्कोर की मूल बातें
सिबिल स्कोर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री के आधार पर तैयार किया जाता है जो दर्शाता है कि आपने अपने पिछले लोन और क्रेडिट कार्ड के बिल कितनी जिम्मेदारी से चुकाए हैं। यदि आपने हमेशा समय पर अपनी ईएमआई और क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान किया है तो आपका स्कोर अच्छा होगा। वहीं यदि आपने भुगतान में देरी की है या किसी ईएमआई को छोड़ा है तो यह आपके स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। बैंक और एनबीएफसी इसी स्कोर के आधार पर निर्णय लेते हैं कि आपको लोन देना है या नहीं। एक अच्छा सिबिल स्कोर आपकी वित्तीय विश्वसनीयता का प्रमाण है।
सिबिल स्कोर सुधारने में लगने वाला समय
आमतौर पर सिबिल स्कोर में सुधार एक लंबी प्रक्रिया होती है और इसमें लगभग दो साल का समय लग सकता है। यह इसलिए होता है क्योंकि क्रेडिट ब्यूरो आपकी भुगतान की आदतों को देखकर धीरे-धीरे आपके स्कोर में सुधार करते हैं। हालांकि कुछ विशेष स्थितियों में और सही रणनीति अपनाकर इसे 30 दिन में भी सुधारा जा सकता है। यह मुख्यतः उन लोगों के लिए संभव है जिनके पास कोई क्रेडिट हिस्ट्री नहीं है या जिन्होंने हाल ही में कुछ गलतियां की हैं। तत्काल सुधार के लिए आपको कुछ खास तरीकों को अपनाना होगा।
क्रेडिट हिस्ट्री का निर्माण
यदि आपने कभी कोई लोन या क्रेडिट कार्ड नहीं लिया है तो आपका सिबिल स्कोर खराब दिख सकता है क्योंकि आपकी कोई क्रेडिट हिस्ट्री ही नहीं है। इस स्थिति में सबसे पहले आपको अपनी क्रेडिट हिस्ट्री बनानी होगी। इसके लिए किसी भी बैंक से क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करें, खासकर यदि आप नौकरीपेशा हैं तो आपको आसानी से क्रेडिट कार्ड मिल जाएगा। क्रेडिट कार्ड मिलने के बाद इसका उपयोग करते समय सावधानी बरतें और केवल 30 प्रतिशत लिमिट तक ही इसका इस्तेमाल करें। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमेशा समय पर बिल का भुगतान करें ताकि आपकी सकारात्मक क्रेडिट हिस्ट्री बनना शुरू हो जाए।
क्रेडिट कार्ड का सही उपयोग
क्रेडिट कार्ड का सही उपयोग सिबिल स्कोर सुधारने की कुंजी है। आपको अपने क्रेडिट कार्ड की कुल लिमिट का केवल 30 प्रतिशत हिस्सा ही उपयोग करना चाहिए। उदाहरण के लिए यदि आपकी कार्ड लिमिट 50 हजार रुपये है तो आपको केवल 15 हजार रुपये तक ही खर्च करना चाहिए। जब आप लगातार इस नियम का पालन करते हैं और समय पर बिल भरते हैं तो बैंक आपकी लिमिट बढ़ाने के लिए तैयार हो जाते हैं। लिमिट बढ़ने से आपकी क्रेडिट उपलब्धता बढ़ जाती है जो सिबिल स्कोर पर सकारात्मक प्रभाव डालती है। यह एक चक्र की तरह काम करता है जहां अच्छा व्यवहार बेहतर सुविधाओं में परिवर्तित होता है।
सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड का विकल्प
तत्काल सिबिल स्कोर सुधारने के लिए सिक्योर्ड या कैश-बैक्ड क्रेडिट कार्ड एक बेहतरीन विकल्प है। इस प्रकार के कार्ड में आप पहले से ही उतनी राशि जमा करते हैं जितनी आपकी क्रेडिट लिमिट होती है। यह कार्ड बैंक के लिए जोखिम रहित होता है क्योंकि आपने पहले से ही पैसा जमा कर दिया होता है। इसलिए बैंक इसे आसानी से अप्रूव कर देते हैं और आपकी क्रेडिट हिस्ट्री बनना शुरू हो जाती है। सिक्योर्ड कार्ड का नियमित और जिम्मेदारी से उपयोग करने से आपका सिबिल स्कोर तेजी से सुधरता है। बाद में जब आपका स्कोर बेहतर हो जाता है तो आप अनसिक्योर्ड कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं।
गलतियों से बचना
सिबिल स्कोर सुधारने की प्रक्रिया में कुछ सामान्य गलतियों से बचना आवश्यक है। सबसे बड़ी गलती यह है कि लोग बार-बार विभिन्न बैंकों में लोन के लिए आवेदन करते रहते हैं। हर बार जब आप लोन के लिए आवेदन करते हैं तो बैंक आपकी क्रेडिट रिपोर्ट चेक करता है जो हार्ड इंक्वायरी कहलाती है। अधिक हार्ड इंक्वायरी आपके स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। इसलिए केवल आवश्यकता पड़ने पर ही लोन के लिए आवेदन करें। दूसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि एक साथ कई लोन न लें और किसी के लिए गारंटर बनने से पहले सोच-समझकर निर्णय लें क्योंकि गारंटर के रूप में आपकी जिम्मेदारी बढ़ जाती है।
नियमित निगरानी और सुधार
अपने सिबिल स्कोर की नियमित निगरानी करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। सिबिल कंपनी, इक्वीफैक्स, हाईमार्क और एक्सपीरियन जैसी कंपनियों के माध्यम से आप अपना स्कोर चेक कर सकते हैं। महीने में कम से कम एक बार अपनी क्रेडिट रिपोर्ट देखें और यदि कोई गलत जानकारी दिखे तो तुरंत इसे सुधारने के लिए संबंधित बैंक या क्रेडिट ब्यूरो से संपर्क करें। कभी-कभी तकनीकी त्रुटियों के कारण भी गलत जानकारी दर्ज हो जाती है जिसे सुधारने से आपका स्कोर तुरंत बेहतर हो सकता है। अपनी सभी ईएमआई और क्रेडिट कार्ड बिल की नियत तारीखों का कैलेंडर बनाएं ताकि कभी भुगतान में देरी न हो।
तत्काल सुधार की रणनीति
यदि आपको तत्काल अपना सिबिल स्कोर सुधारना है तो एक व्यापक रणनीति अपनाएं। पहले अपनी सभी बकाया राशि का तुरंत भुगतान करें, चाहे वह क्रेडिट कार्ड का बिल हो या कोई लोन की ईएमआई। दूसरे, यदि आपका क्रेडिट कार्ड उपयोग अधिक है तो इसे तुरंत 30 प्रतिशत से कम करें। तीसरे, अपनी क्रेडिट रिपोर्ट में किसी भी प्रकार की त्रुटि के लिए विवाद दर्ज करें। चौथे, यदि संभव हो तो अपनी क्रेडिट लिमिट बढ़वाने का अनुरोध करें। इन सभी कदमों को एक साथ उठाने से 30 दिन में आपके स्कोर में सुधार देखने को मिल सकता है।
सिबिल स्कोर सुधारना धैर्य और अनुशासन का काम है लेकिन सही तरीकों से इसे तेजी से बेहतर बनाया जा सकता है। नियमित भुगतान, सही क्रेडिट उपयोग और वित्तीय अनुशासन के साथ आप अपने सिबिल स्कोर को न केवल सुधार सकते हैं बल्कि लंबे समय तक इसे बेहतर बनाए रख सकते हैं। याद रखें कि अच्छा सिबिल स्कोर आपके वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
Disclaimer
यह लेख सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। सिबिल स्कोर में सुधार की गारंटी नहीं दी जा सकती क्योंकि यह व्यक्तिगत वित्तीय स्थिति पर निर्भर करता है। वित्तीय सलाह के लिए योग्य सलाहकार से संपर्क करें।