Gold Rate: सोने के बाजार में इस समय एक अजीब सी स्थिति देखने को मिल रही है जहां कीमतें लगातार ऊपर-नीचे हो रही हैं। जून महीने की शुरुआत में सोने के दामों में बढ़ोतरी के बाद फिर से गिरावट आ गई है और अब यह एक सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है। साल की शुरुआत में जो तेजी सोने में दिखाई दे रही थी, वह अब धीमी पड़ गई है। इस स्थिति के कारण सोना खरीदने वाले लोगों के मन में चिंता और संशय की स्थिति बनी हुई है कि आने वाले समय में सोने के दाम किस दिशा में जाएंगे।
साल भर की कीमतों का विश्लेषण
इस वर्ष की शुरुआत में सोने की कीमत लगभग 76 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास थी, जो कि एक स्थिर स्तर माना जा रहा था। लेकिन 22 अप्रैल को सर्राफा बाजार में एक बड़ा बदलाव आया जब सोने के दाम जीएसटी सहित एक लाख रुपये को पार कर गए। जीएसटी के बिना यह कीमत 99,100 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई थी। यह वृद्धि दिखाती है कि सोने के बाजार में कितनी तेजी से बदलाव आ सकता है। वर्तमान में 24 कैरेट सोने के दाम 98,000 रुपये और 22 कैरेट सोने के दाम 89,600 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज किए जा रहे हैं।
सोने की मांग बढ़ने के कारण
सोने की बढ़ती कीमतों के पीछे मुख्य कारण निवेश के लिए इसकी बढ़ती मांग है। विशेषज्ञों का मानना है कि राजनीतिक अस्थिरता और आर्थिक अनिश्चितता के कारण लोग सोने को एक सुरक्षित निवेश का साधन मान रहे हैं। दुनियाभर में चल रहे राजनीतिक तनाव और आर्थिक संकट की वजह से निवेशक अपना पैसा सुरक्षित जगह रखना चाहते हैं। सोना हमेशा से ही मुश्किल समय में एक भरोसेमंद निवेश का विकल्प रहा है, इसीलिए इसकी मांग लगातार बढ़ रही है। यही कारण है कि विशेषज्ञ आने वाले समय में सोने के दामों में और भी वृद्धि की संभावना जता रहे हैं।
तकनीकी विश्लेषण और सपोर्ट लेवल
तकनीकी विश्लेषण के अनुसार सोने के सपोर्ट लेवल 95,000 से 94,600 रुपये और 95,800 से 96,160 रुपये के बीच बन सकते हैं। यह स्तर निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे यह पता चलता है कि सोने की कीमत कहां तक गिर सकती है। चांदी के मामले में सपोर्ट लेवल 97,100 से 96,600 रुपये प्रति किलो नीचे के स्तर पर और 98,300 से 99,100 के बीच ऊपर के स्तर पर रह सकता है। विशेषज्ञों की सलाह है कि निवेशक 97,200 से 96,800 रुपये के आसपास चांदी खरीद सकते हैं जिसका लक्ष्य 98,400 रुपये और स्टॉप लॉस 96,400 रुपये रखा जा सकता है।
प्रमुख शहरों में सोने की वर्तमान कीमतें
देश के प्रमुख शहरों में सोने की कीमतों में थोड़ा अंतर देखने को मिलता है। दिल्ली में 22 कैरेट सोने के दाम 89,650 रुपये और 24 कैरेट सोने के दाम 97,790 रुपये प्रति 10 ग्राम हैं। वहीं मुंबई में 22 कैरेट सोने के दाम 89,500 रुपये और 24 कैरेट सोने के दाम 97,640 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज किए गए हैं। यह अंतर स्थानीय कर, परिवहन लागत और स्थानीय मांग के कारण होता है। इन कीमतों को देखते हुए विशेषज्ञों ने सोने को निवेश का एक सुरक्षित और बेहतर विकल्प माना है।
अंतर्राष्ट्रीय कारकों का प्रभाव
सोने की कीमतों पर अमेरिकी नीतियों का गहरा प्रभाव पड़ता है। अमेरिकी फेडरल कोर्ट द्वारा टैरिफ प्लान को रोकने से सोने और चांदी में तेज उतार-चढ़ाव आया है, लेकिन अब कीमतें फिर से संभल गई हैं। डॉलर इंडेक्स का 99.44 के स्तर पर होना भी बुलियन बाजार के लिए सहायक साबित हो रहा है। अमेरिका में बेरोजगारी के आंकड़ों ने भी सोने की कीमतों को प्रभावित किया है। ये सभी कारक मिलकर सोने के बाजार में अस्थिरता पैदा कर रहे हैं और निवेशकों को सावधान रहने की जरूरत है।
आगामी 90 दिनों की भविष्यवाणी
विशेषज्ञों के अनुसार निकट भविष्य में सोना अपनी रफ्तार पकड़ सकता है और आने वाले 90 दिनों में इसकी कीमत फिर से एक लाख रुपये को पार कर सकती है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि सोने के दाम एक लाख तीन हजार रुपये तक पहुंच सकते हैं। यह भविष्यवाणी मौजूदा बाजारी स्थितियों, अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रमों और निवेशकों की बढ़ती रुचि के आधार पर की गई है। हालांकि यह सिर्फ एक अनुमान है और वास्तविक कीमतें विभिन्न कारकों पर निर्भर करती हैं।
साल के अंत तक का पूर्वानुमान
वित्तीय विशेषज्ञों और एंजेल वन जैसी कंपनियों के अनुमान के अनुसार इस साल के अंत तक दस ग्राम सोने की कीमत 1,10,000 रुपये तक पहुंच सकती है। यह एक बड़ी वृद्धि होगी जो निवेशकों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि निवेशक 85,000 रुपये के आसपास सोना खरीदकर लंबे समय के लिए रख सकते हैं। यह रणनीति उन लोगों के लिए उपयोगी है जो सोने में दीर्घकालिक निवेश करना चाहते हैं और बाजार की अस्थिरता से बचना चाहते हैं।
सोने का बाजार वर्तमान में अनिश्चितता के दौर से गुजर रहा है लेकिन दीर्घकालिक दृष्टि से यह एक अच्छा निवेश विकल्प दिख रहा है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे बाजार की स्थिति को समझकर और विशेषज्ञों की सलाह लेकर ही निवेश करें। सोना खरीदते समय कीमतों के उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखना जरूरी है और धैर्य के साथ निवेश करना चाहिए।
Disclaimer
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। सोने की कीमतें बाजारी जोखिमों के अधीन हैं और लगातार बदलती रहती हैं। कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें। लेखक या प्रकाशक किसी भी वित्तीय नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं है।