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होम लोन वालों को मिलने वाली है बड़ी राहत, RBI ने जारी की गाइडलाइन Home Loan Rules

By Meera Sharma

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Home Loan Rules

Home Loan Rules: भारतीय रिजर्व बैंक ने होम लोन लेने वाले ग्राहकों की परेशानियों को देखते हुए नई गाइडलाइन जारी की है जो उनके लिए राहत की खबर है। पिछले कुछ समय से बैंकों की ओर से होम लोन देने में मनमानी करने की शिकायतें आ रही थीं जिसके कारण ग्राहकों को अनावश्यक परेशानी उठानी पड़ रही थी। आरबीआई का यह कदम ग्राहकों के हितों की रक्षा करने और बैंकिंग प्रणाली में पारदर्शिता लाने की दिशा में महत्वपूर्ण है। नए नियमों से न केवल ग्राहकों को वित्तीय लाभ होगा बल्कि बैंकों की अनुचित प्रथाओं पर भी अंकुश लगेगा।

ब्याज वसूली में बैंकों की गलत प्रथा

आरबीआई के निरीक्षण में यह सामने आया था कि अधिकांश बैंक लोन मंजूरी की तारीख से ही ग्राहकों से ब्याज वसूलना शुरू कर देते थे, जबकि वास्तव में यह राशि ग्राहक के खाते में कई दिन बाद पहुंचती थी। इस दौरान ग्राहकों को उस पैसे का फायदा नहीं मिल रहा था जिसका ब्याज वे चुका रहे थे। चेक के माध्यम से लोन देने की स्थिति में भी कई बैंकों ने चेक जारी करने की तारीख से ब्याज लेना शुरू कर दिया था, भले ही चेक वास्तव में ग्राहक को कई दिन बाद मिला हो। यह प्रथा पूरी तरह से गलत थी और ग्राहकों के साथ अन्याय के समान थी।

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आरबीआई के नए निर्देश और उनके फायदे

अब आरबीआई ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि चेक की बजाय लोन की राशि सीधे ग्राहक के खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर की जाए। इससे ग्राहकों को तुरंत पैसा मिल जाएगा और ब्याज भी उसी दिन से लगना शुरू होगा जब वास्तव में पैसा उनके खाते में आएगा। यह व्यवस्था पूरी तरह से पारदर्शी है और ग्राहकों के हितों की रक्षा करती है। नए नियमों से बैंकों को तो नुकसान हो सकता है लेकिन ग्राहकों को इससे महत्वपूर्ण वित्तीय लाभ होगा। अब ग्राहकों को केवल उसी पैसे का ब्याज देना होगा जो वास्तव में उनके उपयोग में है।

बैंकों की मनमानी पर लगेगी रोक

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नई गाइडलाइन के अनुसार अब सभी बैंक और एनबीएफसी को लोन राशि की वास्तविक वितरण तिथि से ही ब्याज वसूलना होगा। इससे बैंकों की मनमानी पर पूरी तरह से रोक लगेगी और वे अब गलत तरीकों का इस्तेमाल करके अतिरिक्त ब्याज नहीं ले सकेंगे। आरबीआई ने स्पष्ट किया है कि इन नियमों का सख्ती से पालन करना होगा और उल्लंघन की स्थिति में कार्रवाई की जा सकती है। यह कदम होम लोन बाजार में अधिक पारदर्शिता लाएगा और ग्राहकों का विश्वास बढ़ाएगा। बैंकों को अब अपनी प्रक्रियाओं में सुधार करना होगा और ग्राहक सेवा को प्राथमिकता देनी होगी।

प्रमुख बैंकों की प्रोसेसिंग फीस

होम लोन लेते समय ग्राहकों को प्रोसेसिंग फीस भी देनी पड़ती है जो अलग-अलग बैंकों में अलग-अलग होती है। भारतीय स्टेट बैंक लोन राशि का 0.35 प्रतिशत प्लस जीएसटी प्रोसेसिंग फीस लेता है जो न्यूनतम 2,000 रुपये और अधिकतम 10,000 रुपये प्लस जीएसटी है। एचडीएफसी बैंक लोन राशि पर अधिकतम 1 प्रतिशत और न्यूनतम 7,500 रुपये प्रोसेसिंग फीस वसूलता है। आईसीआईसीआई बैंक ऋण राशि का 0.50 से 2 प्रतिशत तक या 3,000 रुपये में से जो भी अधिक हो, उसे प्रोसेसिंग फीस के रूप में लेता है।

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पंजाब नेशनल बैंक और कोटक महिंद्रा की फीस

पंजाब नेशनल बैंक अपने ग्राहकों से होम लोन की राशि पर 1 प्रतिशत प्लस जीएसटी प्रोसेसिंग चार्ज के रूप में लेता है। कोटक महिंद्रा बैंक भी इसी तरह की फीस संरचना रखता है। ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि होम लोन लेने से पहले विभिन्न बैंकों की प्रोसेसिंग फीस की तुलना करें और अपनी आवश्यकता के अनुसार सबसे उपयुक्त विकल्प चुनें। कई बार त्योहारी सीजन में बैंक प्रोसेसिंग फीस में छूट भी देते हैं जिसका फायदा उठाया जा सकता है।

ग्राहकों के लिए सुझाव और सावधानियां

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होम लोन लेने वाले ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे लोन एग्रीमेंट के सभी नियम और शर्तों को ध्यान से पढ़ें और समझें। नई गाइडलाइन के अनुसार अब ग्राहक यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि उनसे ब्याज केवल उसी दिन से लिया जाए जिस दिन पैसा उनके खाते में आए। यदि कोई बैंक पुराने तरीके से ब्याज वसूलने की कोशिश करे तो ग्राहक आरबीआई में शिकायत दर्ज करा सकते हैं। लोन लेने से पहले सभी छुपे हुए चार्ज के बारे में पूछताछ करें और सभी दस्तावेजों की प्रतियां अपने पास रखें।

भविष्य की संभावनाएं और प्रभाव

आरबीआई की यह नई गाइडलाइन होम लोन बाजार में व्यापक बदलाव लाएगी और ग्राहकों के हितों की बेहतर सुरक्षा करेगी। इससे बैंकिंग क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और ग्राहकों को बेहतर सेवा मिलेगी। भविष्य में और भी सुधार की उम्मीद है जो होम लोन की प्रक्रिया को और भी सरल और पारदर्शी बनाएंगे। ग्राहकों को अपने अधिकारों के बारे में जानकारी रखनी चाहिए और किसी भी अनुचित प्रथा का विरोध करना चाहिए। यह कदम भारतीय बैंकिंग सिस्टम को और भी मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति है।

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Disclaimer

यह जानकारी सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है और किसी वित्तीय सलाह का विकल्प नहीं है। होम लोन लेने से पहले संबंधित बैंक से वर्तमान नियमों और शर्तों की जानकारी अवश्य लें। ब्याज दरें और फीस समय-समय पर बदलती रहती हैं, इसलिए नवीनतम जानकारी के लिए बैंक से संपर्क करें।

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Meera Sharma

Meera Sharma is a talented writer and editor at a top news portal, shining with her concise takes on government schemes, news, tech, and automobiles. Her engaging style and sharp insights make her a beloved voice in journalism.

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